Thursday 8 September 2011

हम में है हीरो..........

विगत माह १५ अगस्त को टेलीविज़न पर एक नया विज्ञापन प्रसारित हुआ. यह विज्ञापन दुपहिया वाहनों की जानी-मानी निर्माता कंपनी हीरो मोटो कॉर्प का है, जो कि पूर्व में हीरो होंडा थी। देखने और सुनने में प्रिय लगने वाले इस नए विज्ञापन का शीर्षक है, 'हम में है हीरो....' और इस विज्ञापन की 'पंचलाइन' कुछ इस तरह से है...."हर हिन्दुस्तानी में है एक हीरो"।
इस विज्ञापन के टेलीविज़न पर प्रसारित होने के ठीक एक दिन बाद ही ये बात कुछ नए चरितार्थ भी हो गयी. १६ अगस्त की सुबह देश को एक नया हीरो मिला- अन्ना हजारे. भ्रष्टाचार के विरुद्ध अन्ना हजारे के अनशन की शुरुआत के साथ ही देश भर से उनके इस आन्दोलन को भारी जन समर्थन मिला. वृद्ध व्यक्तियों से लेकर नन्हे बच्चों ने आन्दोलन में हिस्सा लिया. इस आन्दोलन को सफल बनाने में युवाओं ने सबसे बड़ा किरदार अदा किया, क्योंकि देश के हर इलाके के युवाओं ने अपने अलग अलग तरीकों से इस मुहिम में अपना योगदान दिया. अंततः सरकार को श्री अन्ना हजारे की कुछ मांगों को संसद में स्वीकार करना ही पड़ा। १२ दिन के अनशन के अन्ना ने २८ तारीख को अपना अनशन यह कहते हुए समाप्त किया कि अभी तो शुरुआत हुई है.....अभी बहुत काम करना बाकी है.....इस तरह से भ्रष्टाचार के विरुद्ध नागरिक समाज द्वारा चलाये गए इस आन्दोलन को प्रारंभिक सफलता प्राप्त हुई।
बहरहाल, मैं अपनी मुख्य बात पर वापस आता हूँ। १५ अगस्त को हीरो मोटो कॉर्प के उस विज्ञापन के प्रसारण के ठीक अगले ही दिन विज्ञापन के गीत का और उसकी पंचलाइन का सही साबित होना बहुत बड़ा संयोग है। हर दिन के साथ जैसे जैसे इस विज्ञापन की आवृति टेलीविज़न पर बढती गयी, उसी गति से अन्ना हजारे का भ्रष्टाचार विरोधी आन्दोलन गति पकड़ता गया. जिस तरह से देश के हर कोने से इस मुहिम को समर्थन मिला, उससे यह सिद्ध हो गया के वाकई में हर एक हिन्दुस्तानी में एक हीरो है। ये हीरो हमारे अन्दर छुपा होता है, बस हमे उसे तराशने कि ज़रूरत होती है। हालाँकि इसे महज़ एक संयोग समझ कर नहीं छोड़ देना चाहिए, बल्कि इससे ये बात भी समझने की आवश्यकता है, कि देश में बदलाव का समय आ गया है। इस बदलाव से मेरा अर्थ मात्र राजनीतिक सत्ता के परिवर्तन से नहीं है, बल्कि हर उस क्षेत्र में बदलाव का समय है, जहाँ भ्रष्टाचार और कपट व्याप्त है। अमीर और गरीब के बीच बढ़ रही आर्थिक विषमता को काम करने का समय आ गया है। व्यापक स्तर पर प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है। " भारत में ऐसा ही होता रहेगा......." वाली हमारी मानसिकता में भी बदलाव का समय आ गया है और यह विज्ञापन तथा भ्रष्टाचार विरोधी यह आन्दोलन इस बदलाव की शुरुआत है.
इस विज्ञापन को महज़ विज्ञापन तक ही सीमित नहीं रखते हुए हमे इसके गीत में ज़ाहिर किये गए शब्दों को समझने की और इसे सार्थक बनाने की ज़रूरत है, क्योंकि "हर एक हिदुस्तानी में एक हीरो है........"।
"जय हिंद"

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