Friday 31 December 2010

आखिरी सलाम.....2010

............. और इस तरह आज २१वी सदी का पहला दशक समाप्त हो जायेगा। इस पूरे दशक में हमने बहुत कुछ पाया और बहुत कुछ खोया। मैं यहाँ उन सब बातों का ज़िक्र नहीं करने जा रहा हूँ, क्यूंकि इस में बहुत समय लग जायेगा। मुझे इस बात कि ख़ुशी है कि हमारे देश ने इस दौरान बहुत तरक्की की। लेकिन भ्रष्टाचार ने हर बार की तरह इस दशक म भी अपना जाल फैलाये रखा। विशेषकर इस साल के अंत में जितनी भी भ्रष्टाचार की ख़बरें आयी उन्होंने निश्चित रूप से देश के लिए इस दशक का अंत ज़रूर निराशाजनक किया।
लेकिन अब हम्हे खुद इन सबके खिलाफ आवाज़ उठानी पड़ेगी, तभी कुछ होगा।
अंत में सभी को नव वर्ष २०११ की हार्दिक बधाइयाँ।